R.Bharat 🇮🇳
आज है बुधवार और आप पढ़ रहे है Ranjeetians World™ की यह खास रिपोर्ट। में हम आपको ये सबसे पहले बताते है कि भारत सरकार ने आज ही पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को बैन कर दिया है।
पीएफआई पर छापेमारी और गिरफ्तारियां:
जानकारी हो कि हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी NIA और तमाम राज्यों की पुलिस और एजेंसियों ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी कर सैकड़ों गिरफ्तारियां की थीं। इसी साल बीते 22 सितंबर और 27 सितंबर को NIA, ED और राज्यों की पुलिस ने PFI पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। पहले राउंड की छापेमारी में 106 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार हुए थे। दूसरे राउंड की छापेमारी में 247 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार/हिरासत में लिए गए। जांच एजेंसियों को PFI के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले। इसके बाद जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की थी।
PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) गैरकानूनी संघ घोषित
केंद्र सरकार ने PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और उसके सहयोगियों या मोर्चों को तत्काल प्रभाव से 5 साल की अवधि के लिए एक गैरकानूनी संघ के रूप में घोषित किया। मालूम हो कि जांच एजेंसियों की सिफारिश पर ही गृह मंत्रालय ने यह करवाई करने के लिए फैसला किया है।
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भारत सरकार ने पीएफआई और उसके सहयोगी जिनमें रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्ग (NCHRO), नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल शामिल हैं, अभी से यानी कि तत्काल प्रभाव से इन सब को भी अवैध संघों की सूची में शामिल करने की घोषणा की है।
इन सभी राज्यों में सक्रिय था पीएफआई अभी
पीएफआई अभी दिल्ली, आंध्र,प्रदेश, असम, बिहार, केरल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश में एक्टिव है।
इन मामलों में PFI की भूमिका की जांच कर रही NIA
आज तक न्यूज नेटवर्क की एक रिपोर्ट के अनुसार, नीचे दिए गए बिंदुओं पर जांच जारी है।
- पटना -फुलवारी शरीफ में गजवाएहिन्द स्थापित करने के लिए बड़ी साजिश हो रही थी, जिसमें NIA ने हाल ही रेड भी की थी।
- तेलंगाना निजामाबाद में कराटे ट्रेनिंग के नाम पर PFI हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा है. NIA में इस मामले में भी छापा मार चुका है।
- कर्नाटक प्रवीण नेत्तरू हत्या मामले में PFI कनेक्शन सामने आया था। जिसमे NIA जांच कर रही है।
- हिजाब विवाद और हाल के हुए प्रदर्शन के दौरान PFI के फंडिंग के रोल पर भी जांच हुई थी।
- नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हिंसा हुई जिसमें PFI से जुड़े आरोपियों के यहां से आपत्तिजनक सामग्रियां, साहित्य ससीडी मिले थे जिसको आधार बनाकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नामक संगठन को बैन करने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार ने भेजा था।
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