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अस्वीकरण
आज के इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। खुद लेखक या रंजीतियंश वर्ल्ड इसकी पुष्टि नहीं करता है।
रक्षा बंधन का त्योहार
रक्षा बंधन का त्योहार क्या है, इसके बारे में मुझे नहीं लगता की आपको और बतानी पड़ेगी मुझे लेकिन आज हैं इसके उस दिन की बात जरूर करेंगे जिस दिन इस साल रक्षा बंधन मानना जाना चाहिए।
बात ये है कि इस साल रक्षाबंधन को लेकर बहुत ज्यादा ही कंफ्यूजन है लोगों में। और ये ऐसा इसलिए है क्योंकि इस बार दो दिन पूर्णिमा तिथि पड़ रही है। और आपको मालूम ही होगी कि रक्षा बंधन का त्योहार पूर्णिामा के दिन मनाया जाता है। तो इस हिसाब से इस बार 11 और 12 अगस्त, दोनों दिन ही पूर्णिमा पड़ रहा है।
तो आखिर रक्षा बंधन मनाए किस दिन?
तीन पंचांगो के अनुसार जिसमें श्रीहनुमान पंचांग, हृषिकेष पंचांग, महावीर पंचांग और अन्नपूर्णा पंचांग शामिल हैं। 11 अगस्त को सूर्योदय प्रात: 05 बजकर 30 मिनट में हो रहा है। इस दिन पूर्णिमा का मान दिन में 9 बजकर 35 मिनट पर है। लेकिन उसी समय यानि 9.35 दिन में पूर्णिमा के साथ भद्रा का भी प्रारंभ हो रहा है. भद्रा का साया रात्रि 8.25 तक है।
आपको अब ये भी जानकारी हो कि भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती है। दरअसल भद्रा काल को ज्योतिष में अशुभ माना गया है।
12 अगस्त को है रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
अब जब 11 अगस्त को पूर्णिमा शुरू हो रहा है लेकिन उसी दिन थोड़े समय बाद भद्रा का प्रारंभ हो रहा है और रात को करीब 8:30 तक खतम भी हो जा रहा है। और फिर रात को राखी बांधी नहीं जाती।
इस लिहाज से अब राखी का शुभ दिन 12 अगस्त यानी कि इसी शुक्रवार को हो रहा है। अब ये तो ठीक है कि राखी 12 तारीख को मनेगी लेकिन ये मत भूलिए कि ये शुभ काम पूर्णिमा के दिन ही होना चाहिए। तो 12 अगस्त को प्रात: सूर्योदय 5 बजकर 31 मिनट पर होगा और पूर्णिमा का मान प्रात: 7 बजकर 17 मिनट तक ही है.
इसलिए कुछ ज्योतिष शास्त्र और कर्मकांड के पंडित 12 अगस्त को ही रखी बांधना शुभ मान रहे हैं. हालांकि इस दिन सुबह 7 बजकर 17 मिनट तक ही पूर्णिमा का मान या तिथि है, इसलिए सुबह 07:17 बजे से पहले ही राखी बांधना या बंधवाना शुभ रहेगा।