INDIA: Major Dhyanchand Khel Ratna Award
भारत के खेल जगत के पुरस्कार ‘खेल रत्न पुरस्कार’ का नाम बदलकर इसका नाम अब ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कर दिया गया है. अब इसे “मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार” कहा जाएगा.
मेजर ध्यानचंद: देश का गौरव
वर्तमान में जहां एक तरफ Team India के द्वारा Tokyo Olympics 2020 में शानदार प्रदर्शन और ऐतिहासिक जीत हासिल की जा रही है, वही इन्हीं देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच भारत की केंद्र सरकार ने आज राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल दिया है. सरकार ने इसे हॉकी के ‘जादूगर’ कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों की भावनावों के आदर में खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है.’
ध्यानचंद का हॉकी में अविश्वसनीय योगदान
हॉकी के ‘जादूगर’ कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का हॉकी में अविश्वसनीय योगदान रहा है. उन्होंने अपने आखिरी ओलंपिक (बर्लिन 1936) में कुल 13 गोल दागे थे. इस तरह एम्स्टर्डम, लॉस एंजेलिस और बर्लिन ओलंपिक को मिलाकर ध्यानचंद ने कुल 39 गोल किए, जिससे उनके बेहतरीन प्रदर्शन का पता चलता है.
टोक्यो ओलंपिक में पुरुष और महिला हॉकी टीम का ऐतिहासिक प्रदर्शन
टोक्यो ओलंपिक में महिला और पुरुष हॉकी टीम के ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद देश में एक फिर लोग हॉकी को प्यार देने लगे हैं. पुरुष टीम जहां 41 साल बाद पदक जीतने में सफल रही तो महिला टीम पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची. पुरुष टीम ने आखिरी बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में मेडल जीता था. तब उसने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था.
5 अगस्त को National Cheer For India Day के नाम से घोषित करने की आग्रह
पुरे देश के लिए 5 अगस्त का दिन बहुत ही शुभ है, कल ही (05 अगस्त 2021) को, भारत ने 41 साल बाद Olympics Games में हॉकी में जीत हासिल की है. यहां तक की पिछले 2 सालों में कई ऐतिहासिक निर्णय भी इस दिन पर लिए गए है. (05/08/2019- धारा 370 की समाप्ति) और (05/08/2020- अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण शिलान्यास समारोह).
देश और देशवासियों को गर्वित कर देने वाले इन्हीं पलों के बीच हम चाहते है कि केंद्र सरकार 5 अगस्त को National Cheer For India Day के नाम से घोषित करें।