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परिचय: इंजीनियरिंग और मेडिकल में एडमिशन के प्रवेश परीक्षा का पैटर्न
Ranjeetians World ने आपको पहले ट्वीट के माध्यम से ये जानकारी दी थी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप JEE Main और NEET पैटर्न खत्म हो सकते है। छात्रों को मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम देने के वजाय एक न्यू कॉमन और सिंगल एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन पर विचार किया जा रहा है।
न्यू कॉमन और सिंगल एंट्रेंस एग्जाम
अब खबरें बाहर निकलकर आने लगी है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अगले शैक्षणिक वर्ष (2023-24) से इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस यानी जेईई और नीट (JEE & NEET) के लिए जो अभी दो अलग अलग पैटर्न पर परीक्षा होती है, उसको खत्म करके एक न्यू कॉमन और सिंगल एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन जाएगा जिससे कि छात्रों को मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम में बैठने की आवश्यकता ना पड़े।
यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार का बयान
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने बीते शुक्रवार को कहा कि JEE Main और NEET को सीयूईटी (CUET) के अंतर्गत लाने पर विचार किया जा रहा है। आगे उन्होंने बताया कि यह विचार पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप है।
बता दें कि जेईई मेन (JEE Main) का आयोजन देशभर के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए किया जाता है। वहीं देश भर के सभी स्नातक चिकित्सा कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट (NEET) की परीक्षा आयोजित की जाती है।
सीयूईटी (CUET) से होगा इंजीनियरिंग और मेडिकल में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा
यूजीसी अध्यक्ष ने कहा है कि सीयूईटी यूजी (CUET UG) का आयोजन 2023-24 से हो सकता है। इसमें इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस यानी जेईई और नीट (JEE & NEET) को मिला दिया जाएगा।
जब अब ये दोनों परीक्षा को CUET से कराने की बात है तो यूजीसी इस वक्त उन तरीकों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है, जिसके जरिए वो इस परीक्षा को सफलतापूर्वक आयोजित कर सकें। इसलिए सीयूईटी इस विषय में विशेषज्ञों की एक समिति बनाने की तैयारी कर रहा है।
⭐⭐⭐ (CUET UG) का आयोजन 2023-24 से साल में दो बार किया जा सकता है।
CUET से कैसे होगा JEE Main और NEET की परीक्षा?
इस बारे में भी यूजीसी अध्यक्ष ने आगे कहा कि “सीयूईटी के शुरू होने के बाद अब देश भर में कुल तीन प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं, जिसमें सीयूईटी समेत नीट और जेईई (CUET, NEET, JEE) शामिल हैं। इसमें से भी ज्यादातर छात्र कम से कम दो परीक्षाएं देते हैं, और कई तो तीनों परीक्षाओं के लिए उपस्थित होते हैं।
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उन्होंने आगे बताया कि नीट (NEET) में छात्रों के पास बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री होती है तो जेईई (JEE) में बायोलॉजी की जगह मैथ्स आ जाती है। ऐसे में दो विषय यहां भी कॉमन ही होते हैं, जिन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सीयूईटी में भी उपयोग किया जाता है। इसलिए हम छात्रों के लिए मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम के बजाय सिंगल एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन पर विचार कर रहे हैं।
इस विचार पर अभी फाइनल फैसले बाकी
जी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूजीसी (UGC) प्रमुख ने यह स्पष्ट किया है कि इस विचार को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है, और वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्रों के लिए न्यू कॉमन एंट्रेंस टेस्ट शुरू होने से पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और सभी संबंधित हितधारक अच्छी तरह से इसके लिए तैयार हो जाएं। उनहोंने बताया कि इसके लिए सबसे पहले, यूजीसी एक विशेषज्ञ समिति बनाएगी, जो मौजूदा प्रवेश परीक्षा प्रक्रियाओं की जांच करेगी। “वे एक इंटिग्रेटिड सीयूईटी (Integrated CUET) की संभावना को भी देखेंगे, जिसके लिए कई एक्सपर्ट्स और छात्रों द्वारा सुझाव दिए जाएंगे। फिर, इन सुझावों को हितधारकों की प्रतिक्रिया के लिए रखा जाएगा, और प्रतिक्रिया के आधार पर ही इस विचार को अंतिम रूप दिया जाएगा।