R.Bharat 🇮🇳
गुलामी की एक और निशान खत्म
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था कि ‘गुलामी का एक भी अंश हमारे मन में नहीं रहना चाहिए। अगर ऐसा है, तो हमें इसे उखाड़ फेंकना होगा। गुलामी की सोच किसी भी देश को दीमक की तरह धीरे-धीरे खाती है। जिसका पता बरसों बाद चलता है। इस सोच ने कई विकृतियां पैदा की हैं। तो, गुलामी की सोच से मुक्ति पानी ही होगी।
तो आज उनके इसी सोच पर अमल करते हुए गुलामी की एक और निशान को मिटाने का काम किया गया है। और तीसरी बार राजपथ का नाम बदल दिया गया है।
अब से राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ कर दिया गया।
आज राजपथ का नाम बदला गया
आज की ताजा खबर ये है कि हमारे देश का वो मशहूर पथ जहां हर साल गणतंत्र दिवस पर परेड निकलती है, और आज तक जिसे आप राजपथ के नाम से जानते थे, उसका नाम अब से बदल गया है।
राजपथ अब “कर्तव्य पथ” कहलाएगा
राजपथ अब अपने नए नाम ‘कर्तव्य पथ’ से जाना जाएगा। जानकारी हो कि केंद्र सरकार ने कुछ ही समय पहले इसका नाम बदलकर कर्तव्यपथ करने का फैसला किया था। इस पर अंतिम मुहर लगाने के लिए आज (07 सितंबर 2022) नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) ने बैठक बुलाई थी। बैठक में नाम बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है।
‘कर्तव्य पथ’
अब से इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन की पूरी सड़क और क्षेत्र को ‘कर्तव्यपथ’ के नाम से जाना जाएगा। जानकारी ये भी हो कि इस पथ की लंबाई 3 किलोमीटर है।
102 साल में तीसरी बार बदला नाम
आज तीसरी बार राजपथ का नाम बदला गया है। सबसे पहले ब्रिटिश शासन में इस सड़क का नाम किंग्सवे (Kingsway – राजा का रास्ता) हुआ करता था। आजादी के बाद इसका नाम बदलकर ‘राजपथ’ कर दिया गया, जो किंग्सवे का ही हिंदी अनुवाद है।