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CDS चॉपर Crash में नहीं थी कोई साजिश
वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे, आज यहीं ‘ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ ने अपने प्रारंभिक निष्कर्ष सौंप दिए हैं। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों के रूप में यांत्रिक विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही को खारिज किया गया है. यह भी साफ किया गया है कि इस घटना में किसी तरह का कोई साजिश नहीं किया गया था.
भारतीय वायु सेना ने अपने प्रारंभिक निष्कर्षों में क्या कहा?
आज (14-Jan-2022) भारतीय वायु सेना ने 08 दिसंबर 2021 को Mi-17 V5 दुर्घटना में ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (जिसमें सीडीएस रावत और अन्य की मौत हो गई) ने अपने प्रारंभिक निष्कर्षों में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का विश्लेषण किया; दुर्घटना के कारण के रूप में यांत्रिक विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही से इंकार किया है।
IAF ने दुर्घटना की क्या वजह बताई?
IAF ने बताया है कि दुर्घटना मौसम में अप्रत्याशित परिवर्तन के कारण बादलों में प्रवेश (Helicopter into Clouds) का परिणाम थी… जिसके कारण पायलट का भटकाव हुआ। अपने निष्कर्षों के आधार पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने कुछ सिफारिशें भी की हैं जिनकी समीक्षा की जा रही है।