R.Bharat 🇮🇳
अग्निपथ योजना 2022
केंद्र सरकार ने दो साल से कोरोना के कारण सेना भर्ती न होने से उम्र पार कर चुके युवाओं को बड़ी राहत दी है. ऐसा युवा अब अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती हो सकेंगे. दरअसल सरकार ने इस योजना के तहत उम्मीदवारों की आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. हालांकि सरकार ने उम्र की यह सीमा केवल इस साल के लिए बढ़ाई है. अभी तक भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक की आयु निर्धारित की थी. मालूम हो कि पिछले दो साल से सेना में भर्ती नहीं हो रही थी. इसलिए सरकार ने सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे 23 साल तक की आयु वाले युवाओं को अग्निपथ योजना के तहत यह मौका दिया है.
भर्ती होने की ऊपरी आयु पर रक्षा मंत्रालय का आया बयान;
भारत सरकार ने रक्षा मंत्रालय ने 16 जून, 2022 को अपने बयान में कहा कि अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा में 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने के लिए एकमुश्त छूट प्रदान की है। पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
अब बात करते है भर्ती होने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता की;
क्या आपने हमारे इसके पहले वाले आर्टिकल को पढ़ा है, अगर पढ़े तो आपको पता होगा और नही पढ़े है तो हम आपको फिर से बता दे कि सरकार के सेना में भर्ती होने के इस नए योजना में पहले बताया था कि अब इसमें भर्ती होने के लिए 10/12वीं के छात्र कर सकेंगे आवेदन. लेकिन अब कहानी कुछ और है।
12वीं पास ही भर्ती के लिए होंगे पात्र
नई मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारी के मुताबिक, सेना भर्ती के लिए निर्धाारित शैक्षणिक योग्यता पूर्ववत ही रहेगी. केवल 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती के लिए पात्र होंगे. फिजिकल स्टैंडर्ड और फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन होगा, जो 4 वर्षों के लिए अग्निवीर के तौर पर सेना में अपनी सेवाएं दे सकेंगे.
ये सारी जानकारी जो अभी आप पढ़े है, ये सब अभी की लेटेस्ट अपडेट्स है इस योजना का। रही बात कि इसी 14 जून को भारत सरकार ने इस योजना की घोषणा की तो तब क्या क्या नियम सब थे इसमें जिनको लेकर देशभर के कई राज्यों में छात्रों द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे है। इन सब को जानने के लिए आप पढ़िए –
इस योजना पर Ranjeetians World और रंजीत जायसवाल की क्या राय है?
भारत सरकार ने हमारे सशस्त्र बलों में भर्ती होने के लिए ये जो नई अग्निपथ योजना लेकर आई है, इसको लेकर देशभर से अलग अलग ग्रुप के लोगों से मिस्ड रिएक्शन आ रहे है।
देशभर में सिर्फ छात्रों की बात करें तो उनका ही एक हिस्सा जहां इस योजना (अग्निपथ योजना 2022) को समर्थन दे रहे है वही इसके दूसरा हिस्सा सड़क पर इस योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है। और भी बहुत कुछ है।
भारतीय की बात
लेकिन जब Ranjeetians World के रंजीत जायसवाल को इस योजना की पहली जानकारी मिली तो उन्होंने सबसे पहले ये सोचा कि-
यार अगर ये योजना मेरे 10th या 12th के समय आई होती तो शायद सबसे पहला एनरोलमेंट मैं ही करता इसके लिए। क्योंकि हमने तब इसकी योग्यता में पढ़ा था कि 10/12वीं के छात्र इसके पात्र है, तो बड़ी खुशी मिली थी। एक मिनट के लिए ये मैंने ये भी सोच लिया था कि 12th में फेल है तो क्या हुआ, दसवीं वाले भी इसके लिए योग्य है।
लेकिन तब ही ध्यान आया कि यार मैं तो अपना बिजनेस खड़ा कर चुका हूं। और महादेव जी के कृपा से हमारी बिजनेस इतनी बड़ी है कि ना तो मैं किसी और के ऊपर छोड़कर जा सकता हूं और ना ही कोई है जिसे मैं अपना ये बिजनेस हैंडओवर कर सकता हूं। इस बात से थोड़ी देशभक्ति की बात तो कमजोर हो ही रही थी लेकिन ये मेरी निजी हकीकत थी और है।
फिर विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहे है?
और इन सब के बीच कल यानी 16 जून को हमारी रक्षा मंत्रालय ने बच्चों के विरोध को देखते हुए अपने योजना में ये बदलाव किया कि अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा में 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने के लिए एकमुश्त छूट प्रदान की है। पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। और इसी के साथ ये भी पता चला कि अब सेना भर्ती के लिए निर्धाारित शैक्षणिक योग्यता पूर्ववत ही रहेगी. केवल 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती के लिए पात्र होंगे.
तो इस प्रकार मेरी तो यहां से छुट्टी हो गई क्योंकि मैं तो 12th फेल हूं। लेकिन जो बच्चे या बच्चिया 12th पास है, और उन्हें सेना की नौकरी चाहिए या वे राष्ट्रभक्ति के प्रेमी है, उनके लिए ये एक सुनहरा मौका है, आपको इस योजना के तहत 4 साल के लिए मौका मिल रहा है, जाना है जाइए नही तो छोड़ दीजिए लेकिन ये विरोध क्यों? शांति बनाए रखें और इस योजना को समझने का अच्छे से समझने का काम करें।
देश विरोधी प्रदर्शनकारियों आपके आड़ में इसको और ज्यादा गलत तरीके से दिखाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन आप तो समझदार और शिक्षित है, क्या आप ऐसा चाहेंगे कि आपके देश में शांति कायम न रहे? एक देशभक्त और रक्षक की सोच तो अशांति बनाने या उसके समर्थन करने की अनुमति हमारे हिसाब से तो नही देती।
अभी आप में से कुछ लोग ये कहेंगे कि विरोध इस योजना की नहीं हो रही है, विरोध इस योजना की वजह से पहले से चल रहे भर्ती व्यवस्था को पूरी तरह खत्म करने और इनके बीच में फसें बच्चों की लाइफ और आयु की बरबादी को लेकर हो रही है।
तो प्रिय पाठकों, कुछ समय और इंतजार कीजिए, हम इस पर भी आपको एक डिटेल्ड जानकारी उपलब्ध कराएंगे।