R.Bharat 🇮🇳
भारतीय ध्वज संहिता, 2002:
केंद्र सरकार ने भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में संशोधन किया है। इस संशोधन के साथ यह हुआ है कि राष्ट्रीय ध्वज ‘‘जहाँ ध्वज खुले में प्रदर्शित किया जाता है या किसी नागरिक के घर पर प्रदर्शित किया जाता है, इसे दिन-रात फहराया जा सकता है।’’
किस समय तक फहराया जा सकता है हमारा तिरंगा?
सरकार द्वारा इस संशोधन के किए जाने के बाद अब तिरंगे को दिन-रात, घरों-इमारतों में प्रदर्शित करने की अनुमति है। इससे पहले ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहरा सकते थे। स्वतंत्रता का इतिहास कहता है कि लहराता झंडा राष्ट्रवाद की भावना को लोगों में मज़बूत करता है।
इसी संशोधन के साथ ही सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया है।
हर घर तिरंगा राष्ट्रीय गाना:
हर घर तिरंगा अभियान:
हर घर तिरंगा अभियान के बारे में कुछ भी बताए उससे पहले आप ये अच्छे से जान ले कि इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
‘हर घर तिरंगा’ आज़ादी का अमृत महोत्सव के तत्त्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लाने और भारत की आज़ादी के 75वें वर्ष पर इसे फहराने के लिये प्रोत्साहित करने हेतु एक अभियान है।
स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर पर फहराना न केवल तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना है, बल्कि यह राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है।
हमारे राष्ट्रीय ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है।
सरकार की भाषा में हर घर तिरंगा का मतलब:
‘हर घर तिरंगा’ आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लाने और भारत की आजादी के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान है।
ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है।
स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर लाना इस प्रकार न केवल तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध का एक कार्य बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है।
पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।